Akhiyan Hari Darshan Ki Pyasi
Pandit Bhimsen Joshi
10:38तुम मेरी राखो लाज हरी तुम मेरी राखो लाज हरी तुम मेरी राखो लाज हरी तुम मेरी राखो लाज हरी तुम मेरी राखो लाज हरी तुम जानत सब अंतर्यामी तुम जानत सब अंतर्यामी करनी कुछ ना करी तुम मेरी राखो लाज हरी तुम मेरी राखो लाज हरी तुम मेरी राखो लाज हरी तुम मेरी राखो लाज हरी अवगुण मोसे विचरत नाही अवगुण मोसे विचरत नाही पल छिन्न घड़ी घड़ी अवगुण मोसे विचरत नाही पल छिन्न घड़ी घड़ी अवगुण मोसे विचरत नाही पल छिन्न घड़ी घड़ी सब प्रपंच की कोट बांदी के अपने सीस धरी तुम मेरी राखो लाज हरी तुम मेरी राखो लाज हरी तुम मेरी राखो लाज हरी तुम मेरी राखो लाज हरी तुम मेरी राखो लाज हरी तुम मेरी राखो लाज हरी तुम मेरी राखो लाज हरी दारा सूत धन मो लिए है दारा सूत धन मो लिए है सुध बुध सब बिसरी दारा सूत धन मो लिए है सुध बुध सब बिसरी सूर पतित को वेद उभरो अब मेरी ना उभरी दारा सूत धन मो लिए है सुध बुध सब बिसरी सूर पतित को वेद उभरो अब मेरी ना उभरी तुम मेरी राखो लाज हरी तुम मेरी राखो लाज हरी तुम मेरी राखो लाज हरी तुम मेरी राखो लाज हरी तुम मेरी राखो लाज हरी तुम मेरी राखो लाज हरी तुम जानत सब अंतर्यामी तुम जानत सब अंतर्यामी करनी कुछ ना करी तुम मेरी राखो लाज हरी तुम मेरी राखो लाज हरी तुम मेरी राखो लाज हरी तुम मेरी राखो लाज हरी तुम मेरी राखो लाज हरी तुम मेरी राखो लाज हरी तुम मेरी राखो लाज हरी