Maiya Ke Aarti

Maiya Ke Aarti

Pawan Singh

Альбом: Maiya Ke Aarti
Длительность: 4:27
Год: 2021
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Текст песни

प्रेम से बोलिये सच्चे दरबार की
जय

ॐ जयंती मंगला काली
भद्रकाली कपालिनी
दुर्गा क्षमा शिवाधात्री
स्वाहा स्वधा नमोस्तुते

माई के आरती उतरो रे
मंगल गीत गावो रे

माई के आरती उतरो रे
मंगल गीत गावो रे

बड़ा भाग माई घरवा ता अइली
तरल अंगनवा जे पउवा इ धइली

घीउवा के दिया जरावो रे
मैया जी के भोग लगावो रे

माई के आरती उतरो रे
मंगल गीत गावो रे

जय जय जय माँ जय माँ
जय जय जय माँ जय माँ

जय हो जग तरनि, जय हो दुःख हरनी
अइलू अपना बेटा के दुवार

हाई हम पुजारिया, रखिहा नजरिया
सुखी रहे पूरा परिवार

ऐ हो पंडी जी संख बजावा
सभ जना मैया पे फूल बरसावा

मैया के चुनरी ओढ़ावो रे
हरी हरी चूड़ी चढ़ावो रे

माई के आरती उतरो रे
मंगल गीत गावो रे

अइले सब देवता, करे खातिर नेवता
सज गइल सच्चा दरबार

सभे पाँव पूजे, चारो ओरिया गूंजे
माई तोहार जय जय कार

श्याम देहाती आज़ाद गितिया लिखले
पवन तोहसे गावे के भजन सिखले

रानू अमित घंटी बजावो रे
संतोष दीपक टिका लगावो रे

माई के आरती उतरो रे
मंगल गीत गावो रे