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Phatteman - Kati Khola | Скачать MP3 бесплатно
Kati Khola

Kati Khola

Phatteman

Длительность: 3:43
Год: 2009
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Текст песни

कति खोला बगिसके किन सुक्छ मन बरी लै
हिउँ बनी जमिसके कति रात मेरो बरी लै

कति माया लाए पनि कति माया बिर्सें 
मैले हेरें शिखरमा कति साँझ देखें 
र त मेरो सपनालाई गीत भनी लेखें
जिन्दगीका सुखहरू चूर नै चूर छ पीर बरी लै
हारिसकें कतिखेर पीर न सुर्ताबीच बरी लै

जुन बाटो होइन भन्थें पाइला त्यहीँ गए
जुन मैले टाढा भन्थें त्यही मित्र भए
खोज्दाखोज्दै साथीहरू एक्लो भइसकें
कति सुत्दा रातहरू पीर नै पीरको घाम बरी लै
मलाई सधैं बिर्सिदिने बैगुनीको प्यार बरी लै