Bakhuda Tumhi Ho (From "Kismat Konnection") [Instrumental]
Pritam
6:13एहसास हो या ना हो इजहार हो या ना हो तेरे बिन मैं रहना पाता हूं ये तुझसे कहना पाता हूं मैं और मोहब्बत कितनी करूं इतनी तो मोहब्बत करता हूं मैं और मोहब्बत कितनी करूं इतनी तो मोहब्बत करता हूं मेरी साँस तुझसे है मेरी जान तुझसे है तू ना हो तो डर सा जाता हूँ जीते-जी मैं मर सा जाता हूँ मैं और मोहब्बत कितनी करूँ इतनी तो मोहब्बत करता हूँ मैं और मोहब्बत कितनी करूँ इतनी तो मोहब्बत करता हूँ मैं बस इतनी फ़रियाद करूं कि आँखें ना नम हो मेरी तेरी यादों में ना ही तू जुदा हो कभी सूनी रातों में फिर भी उठकर जाना तेरा और ना आना तेरा धोखे के हैं नए सलीके तभी कहूं मैं कि इकरार हो या नो तक़रार तुझसे ना हो तू मेरी यार हो या ना हो बस ग़ैर मुझसे ना हो मैं कल भी तुझसे था राज़ी मैं आज भी हामी भरता हूँ मैं और मोहब्बत कितनी करूँ इतनी तो मोहब्बत करता हूँ मैं और मोहब्बत कितनी करूँ इतनी तो मोहब्बत करता हूँ