Tum Jo Aaye
Rahat Fateh Ali Khan
4:47कोई दिल बेकाबू कर गया और इश्काँ दिल में भर गया (भर गया भर गया) कोई दिल बेकाबू कर गया और इश्काँ दिल में भर गया आँखों-आँखों में वो लाखों गल्लां कर गया ओये ओ रब्बा मैं तो मर गया ओये शदायी मुझे कर गया कर गया ओये ओ रब्बा मैं तो मर गया ओये शदायी मुझे कर गया कर गया ओये अब दिल चाहे ख़ामोशी के होठों पे मैं लिख दूँ प्यारी सी बातें कई (बातें कई बातें कई) ओ कुछ पल मेरे नाम करे वो, मैं भी उसके नाम पे लिखूँ मुलाकातें कई (मुलाकातें कई मुलाकातें कई) ओ पहली ही तकनी में बन गयी जान पे नैणा-वैणा उसके मेरे दिल पे छपे अब जाऊँ कहाँ पे, दिल रुका है वहाँ पे जहाँ देख के मुझे वो आगे बढ़ गया ओये ओ रब्बा मैं तो मर गया ओये शदायी मुझे कर गया कर गया ओये ओ रब्बा मैं तो मर गया ओये शदायी मुझे कर गया कर गया ओये मौसम के आज़ाद परिंदे, हाथों में है उसके या वो बहारों सी है (बहारों सी है बहारों सी है) सर्दी की वो धूप के जैसी, गर्मी की शाम है पहली फुहारों सी है मेरे प्यार का मौसम भी है, लगे मेरी महरम भी है मेरे प्यार का मौसम भी है, लगे मेरी महरम भी है जाने क्या क्या दो आँखों में मैं पढ़ गया ओये ओ रब्बा मैं तो मर गया ओये शदायी मुझे कर गया कर गया ओये ओ रब्बा मैं तो मर गया ओये शदायी मुझे कर गया कर गया ओये कोई दिल बेकाबू कर गया और इश्काँ दिल में भर गया आँखों-आँखों में वो लाखों गल्लां कर गया ओये ओ रब्बा मैं तो मर गया ओये शदायी मुझे कर गया कर गया ओये ओ रब्बा मैं तो मर गया ओये शदायी मुझे कर गया कर गया ओये