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Rajan Mishra - Ab Kripa Karo Shri Ram | Скачать MP3 бесплатно
Ab Kripa Karo Shri Ram

Ab Kripa Karo Shri Ram

Rajan Mishra

Длительность: 17:13
Год: 2020
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Текст песни

अब कृपा करो
अब कृपा करो
कृपा करो, कृपा करो, कृपा करो
श्री राम, श्री राम, श्री राम
श्री राम, श्री राम, श्री राम
श्री राम, श्री राम, राम, राम, राम
अब कृपा करो
श्री राम, राम दुःख कारो
अब कृपा करो
श्री राम, राम दुःख कारो

अब कृपा करो
श्री राम, राम दुःख कारो
अब कृपा करो
श्री राम, राम दुःख कारो
इस भव बंधन के दुःख से
इस भव बंधन के दुःख से हमें उबारो
अब कृपा करो
श्री राम, राम दुःख कारो

अब कृपा करो, अब कृपा करो, अब कृपा करो
श्री राम
राम दुःख टारो, दुःख टारो, हो
राम दुःख टारो, राम दुःख सारो
अब कृपा करो
श्री राम, राम दुःख कारो
इस भव बंधन के दुःख से
इस भव बंधन के दुःख से हमें उबारो
अब कृपा करो
श्री राम, राम दुःख कारो
तुम कृपानाथ, रघुनाथ, नाथ, हो मेरे
तुम कृपानाथ, रघुनाथ, नाथ, हो मेरे
तुम कृपानाथ, रघुनाथ, नाथ, हो मेरे
तुम कृपानाथ, रघुनाथ, नाथ, हो मेरे
तुम कृपानाथ
तुम कृपानाथ, रघुनाथ, नाथ, हो मेरे
श्री चरण कमल पर शीश धरे हो तेरे
तुम कृपानाथ, रघुनाथ, नाथ, हो मेरे
श्री चरण कमल पर शीश धरे हो तेरे
जो विपत्तियाँ आई घनराजी...
जो विपत्तियाँ आई घनराजी उन्हें निबारो
अब कृपा करो
श्री राम, राम दुःख कारो

अब कृपा करो
श्री राम राम दुःख कारो
मैं, मैं पंगू, दीन हौं
छीन-हीन तुम दाता
मैं पंगू, दीन हौं
छीन-हीन तुम दाता
मैं पंगू...
मैं पंगू, दीन हौं
छीन-हीन तुम दाता
मैं पंगू, दीन हौं
छीन-हीन तुम दाता
मैं तुम्हें छोड़ कित जाऊं
पिता तुम, माता
मैं तुम्हें छोड़ कित जाऊं
पिता तुम, माता
मैं गिर ना कहीं प्रभु जाऊं
मैं गिर ना कहीं प्रभु जाऊं तुम्ही संभालो
अब कृपा करो
श्री राम, राम दुःख कारो

अब कृपा करो
श्री राम, राम दुःख कारो
मन माही अंध हर ओर, मोर मन भटका
मन माही अंध हर ओर, मोर मन भटका
मन माही अंध हर ओर, मोर मन भटका
मन माही...
मन माही अंध हर ओर, मोर मन भटका
मन भटका, मन भटका, मन भटका
मन माही अंध हर ओर, मोर मन भटका
अब करहूँ हर रीत-रीत, प्रीत में अटका
मन माही, मन माही, मन माही, मन माही
मन माही अंध हर ओर, मोर मन भटका
मोर मन भटका
मन माही अंध हर ओर, मोर मन भटका
अब करहूँ हर रीत-रीत, प्रीत में अटका
दास नारायण प्रभु, प्रभु, प्रभु, प्रभु, प्रभु, प्रभु...
दास नारायण प्रभु, दास नारायण प्रभु...
दास नारायण...
दास नारायण प्रभु शरण निज दारो
दास, दास चरण निज दा
दास नारायण प्रभु शरण निज दारो
अब कृपा करो
श्री राम, राम दुःख हरो
इस भवबंधन के दुःक से
इस भवबंधन के दुःक से हमें उबारो
अब कृपा करो
श्री राम, राम दुःख कारो
राम दुःख कारो, राम दुःख कारो...