Mishir Ji
Rakesh Mishra
4:02तेरी अइ लागवना अबहीं छोटू बा खिलौना राजा लईका बानी ले आई लागवना अबहीं छोटू बा खिलौना राजा लईका बानी ऐ सईयां लईका बानी सूती बिछा के अलगे भरे बिछावना राजा लईका बानी सूती बिछा के कुछ दिन भरे बिछावनाइ राजा लईका बानी ओ मल्ल कलाई हमर धर जनी जबरी रुई अस देह राजा रगड़ी नसगड़ी अए हाए हाए हाए कोमल कलाई हमार धरजनी जबरी रुई अस देह राजा रगड़ी नसगड़ी अमरा के बुझ जनी मन के बजहोना सईयां लै कबानी अमरा के बुझ जनी मन के बजहोना सईयां लै कबानी ए राजा लै कबानी सूती बिछा के कुछ दिन बहरे बिछावना राजा लै कबानी सूती बिछा के कुछ दिन बहरे बिछावनाइ राजा लै कबानी हरे दीप उलाए दी गोट्या ए दी ऐ राजा जी नांहे रे उमरिया में दी जनी रावा साजा जी हरे दीप उलाए दी गोट्या ए दी ऐ राजा जी नांहे रे उमरिया में दी जनी रावा साजा जी कौल कुम्ही लाई ले नहीं फुलला फुलौना राजा लै कबानी कौल कुम्ही लाई ले नहीं फुलला फुलौना राजा लै कबानी ए सईयां लै कबानी सूती बिछा के कुछ दिन बहरे बिछावना राजा लै कबानी सूत बिछा के कुछ दिन बहरे बिछावनाइ राजा लै कबानी ए अनमोल पिया धीर तनी धारि ऊंच-नीच होई जाई ऐसे न करी होखे दिसे आनना तोर रौहे होखि बावना राजा लै कबानी होखे दिसे आनना तोर रौहे होखि बावना राजा लै कबानी ए सईयां लै कबानी सूती बिछा के कुछ दिन बहरे बिछावना राजा लै कबानी सूती बिछा के कुछ दिन बहरे बिछावनाइ राजा लै कबानी ले आई लागवना अबहीं छोटू बा खिलौना राजा लै कबानी लेइ लागवना अबहीं छोटू बा खिलौना राजा लै कबानी ए सईंया लै कबानी सूती बिछा के अलगे बहरे बिछावना राजा लै कबानी सूती बिछा के कुछ दिन बहरे बिछावनाइ राजा लै कबानी