Sheesh Gang Ardhang Parvati - Shiv Aarti

Sheesh Gang Ardhang Parvati - Shiv Aarti

Rattan Mohan Sharma

Длительность: 6:52
Год: 2013
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Текст песни

(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय)

(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय)

शीश गंग, अरधंग पार्वती...
शीश गंग, अरधंग पार्वती, सदा विराजत कैलाशी
(सदा विराजत कैलाशी)
नंदी भृंगी नृत्य करत है धरत ध्यान सुर सुकराशि

(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय)

शीतल मंद सुगंध पवन बहे, बैठे हैं शिव अविनाशी
(बैठे हैं शिव अविनाशी)
करत गान गंधर्व सप्त-स्वर, राग-रागिनी मधुराशि
(राग-रागिनी मधुराशि), राग-रागिनी मधुराशि

यक्ष, रक्ष, भैरव जहाँ डोलत...
यक्ष, रक्ष, भैरव जहाँ डोलत, बोलत है बन के वासी
(बोलत है बन के वासी)
कोयल शब्द सुनावत सुंदर, भ्रमर करत है गुंजा सी

(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय)

कल्पद्रुम अरु पारिजात तरु लाग रहे हैं लाक्षा सी
(तरु लाग रहे हैं लाक्षा सी)
कामधेनु कोटिन जँह डोलत करत दुग्ध की वर्षा सी
(करत दुग्ध की वर्षा सी) करत दुग्ध की वर्षा सी

सूर्यकांत सम पर्वत सोभित...
सूर्यकांत सम पर्वत सोभित चंद्रकांत सम हिमराशि
(चंद्रकांत सम हिमराशि)
नित्य चहो ऋतु रहत सुशोभित, सेवित सदा प्रकृति दासी

(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय)

ऋषि-मुनि-देव दनुज निज सेवत, गान करत श्रुति गुणराशि
(गान करत श्रुति गुणराशि)
ब्रह्मा, विष्णु, निहारत निस-दिन, कछु, शिव, हमको फरमासी
(कछु, शिव, हमको फरमासी) कछु, शिव, हमको फरमासी

ऋद्धि-सिद्धी के दाता, शंकर...
ऋद्धि-सिद्धी के दाता, शंकर, नित सच्चिद आनंद राशि
(नित सच्चिद आनंद राशि)
जिनके सुमिरत कट जाती है कठिन काल यम की फाँसी

(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय)

नाम निरंतर त्रिशूलधर का प्रेम सहित जो नरगासी
(प्रेम सहित जो नरगासी)
दूर होय विपदा उस नर की, जन्म-जन्म शिव पद पासी
(जन्म-जन्म शिव पद पासी), जन्म-जन्म शिव पद पासी

कैलाशी काशी के वासी...
कैलाशी काशी के वासी, अविनाशी, मेरी सुध लीजो
(अविनाशी, मेरी सुध लीजो)
सेवक जान सदा चरणन को जीवन सदा कृपा कीजो

(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय)

तुम शंकर जी, सदा दयामय, अवगुण मेरे सब ढकियो
(अवगुण मेरे सब ढकियो)
सब अपराध क्षमा कर, शंकर, किंकर की विनती सुनियो
(किंकर की विनती सुनियो), किंकर की विनती सुनियो

तुम, शंकर जी, सदा दयामय...
तुम, शंकर जी, सदा दयामय, अवगुण मेरे यब ढकियो
(अवगुण मेरे यब ढकियो)
सब अपराध क्षमा कर शंकर किंकर की विनती सुनिये

(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय)

ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय

(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय) ॐ
(ॐ नमः शिवाय) नमः शिवाय
(ॐ नमः शिवाय)
(ॐ नमः शिवाय)