Jo Tum Mere Ho
Anuv Jain
4:12जब कहा था मोहब्बत गुनाह तो नहीं फिर गुनाह के बराबर सजा क्यों मिली ज़ख़्म देते हो कहते हो सिते रहो जान लेकर कहोगे कि जीते रहो प्यार जब जब ज़मीन पर उतरा गया जिंदगी तुझको सदके में वारा गया प्यार जिंदा रहा मख्तलो में मगर प्यार जिंदा रहा मख्तलो में मगर प्यार जिसने किया है वो मारा गया हद यहीं है तो हद से गुजर जायेंगे इश्क चाहेगा चुप चाप मर जायेंगे ये मोहब्बत में निकली हुई फाल है इश्क तो लाल है, इश्क तो लाल है इश्क तो लाल है, इश्क तो लाल है दिल की रग-रग से टपका हुआ है लहू दिल की रग-रग से टपका हुआ है लहू