Woh Lamhe Woh Baatein (From "Zeher")
Atif Aslam
5:21मदहोशी मदहोशी है मदहोशी है मदहोशी है मदहोशी मदहोशी है मदहोशी है मदहोशी है मदहोशी मदहोशी है मदहोशी है तेरे चाहत की मदहोशी है मदहोशी है मदहोशी है तेरे चाहत की मदहोशी है तेरे इश्क़ मे जीता मरता हू, तेरे नाम का कलमा पढ़ता हू तेरा नूर मेरे पेशानी पे, तेरे हुस्न को सजदा करता हू (ओ) कुच्छ खबर है कुच्छ बेख़बर सा हू कुच्छ होश कुच्छ बेहोशी है (आ) मदहोशी है मदहोशी है तेरे चाहत की मदहोशी है मदहोशी है मदहोशी है तेरे चाहत की मदहोशी है मदहोशी है मदहोशी है मदहोशी है मदहोशी कोई पत्ता पेड़ पे हिल जाए, कोई फूल शाख पे खिल जाए तेरे आँख से एक तारा टूटे मेरी खाख मे आके मिल जाए मेरे दिल को ताबिन्दा कर दे, मेरी साँस चला जिंदा कर दे क्यूँ दूर तलाक़ सन्नाटा है, क्यूँ दूर तलाक़ खामोशी है (आ) मदहोशी है मदहोशी है तेरे चाहत की मदहोशी है मदहोशी है मदहोशी है तेरे चाहत की मदहोशी है मदहोशी है मदहोशी है मदहोशी है मदहोशी यादो मे तेरे खोया हू मैं, आँखे है खुली सोया हू मैं तेरी नज़ारो से एक जाम पिया, एक पल मे हज़ारो साल जिया मखरूर है दिल मख़मूर है दिल, चाहत के नशे मे चूर है दिल तेरा हुस्न मेरा पैमाना है, तेरी चाहत मेरी मैमोशी है (आ) मदहोशी है मदहोशी है तेरे चाहत की मदहोशी है मदहोशी है मदहोशी है तेरे चाहत की मदहोशी है तेरे इश्क़ मैं जीता मरता हू, तेरे नाम का कलमा पढ़ता हू तेरा नूर मेरे पेशानी पे, तेरे हुस्न को सजदा करता हू (आ) कुच्छ खबर है कुच्छ बेख़बर सा हू कुच्छ होश कुच्छ बेहोशी है (आ) मदहोशी है मदहोशी है तेरे चाहत की मदहोशी है मदहोशी है मदहोशी है तेरे चाहत की मदहोशी है मदहोशी है मदहोशी है मदहोशी है मदहोशी मदहोशी है मदहोशी है मदहोशी है मदहोशी (मदहोशी) मदहोशी है मदहोशी है मदहोशी है मदहोशी