Main Radha Vallabh Ki
Devi Neha Saraswat
6:40छम छम नाचे तेरी मोरनी मोहन छम छम नाचे तेरी मोरनी मोहन तुझे मोर पंख भाय सादा कान्हा रसिया, इसलिए मैंने मोरनी का रूप ले लिया इसलिए मैंने मोरनी का रूप ले लिया नच नच नच जरा मोरनी तू नाच हो नच नच नच जरा मोरनी तू नाच मीठी मुरली बजाए तेरा श्याम रसिया रे तेरे रूप ने तो मेरा हाय हाय हो, तेरे रूप ने तो मेरा हाय मनमोलिया रे तेरे रूप ने तो हाय मेरा मनमोलिया मोरनी के रंग ढंग काहे तुम्हें भाए हैं? हाँ, मोरनी के रंग ढंग काहे तुम्हें भाए हैं? किसलिए पंख तूने माथे पे सजाए हैं? हो लेके मन में उमंग आई कान्हा तेरे संग तेरे बिना कान्हा, मेरा तो ना लागे जिया मेरे मन में जमाया तू ही तेरे मन में जमाया तू ही ब्रज रसिया इसलिए मैंने मोरनी का रूप ले लिया मोरनी दीवानी मेरी, मेरे गुण गाये है मोरनी दीवानी मेरी, मेरे गुण गाये है पंखों का मुकुट मेरे माथे पे सजाए है तू मेरी मोरनी दीवानी, सच्ची प्रेम कहानी इसके रूप में पैदा की मेरा मनमोलिया रे इसका दीवाना हुआ है अब कान्हा रसिया रे, इसका दीवाना हुआ है अब कान्हा रसिया रे तेरे रूप ने तो हाय मेरा मनमोलिया बड़ी भाग्यशाली, भाग्यवान हूँ मैं मोरनी बड़ी भाग्यशाली, भाग्यवान हूँ मैं मोरनी श्याम जी की सेवा मैंने पाई मनभावनी ओ मुझे भाय श्याम रंग, मेरा पूरा को रंग मुझे रंगो अपने ही रंग श्याम भिया रे तेरे रूप ने तो मेरा हाय, तेरे रूप ने तो मेरा हाय मनमोलिया इसलिए मैंने मोरनी का रूप ले लिया नच नच नच जरा मोरनी तू नाच हो नच नच नच जरा मोरनी तू नाच मीठी मुरली बजाए तेरा श्याम रसिया रे तेरे रूप ने तो मेरा हाय हो, तेरे रूप ने तो मेरा हाय मनमोलिया रे तेरे रूप ने तो हाय मेरा मनमोलिया