Asal G
Seedhe Maut
3:42मेरे पास दो शष्तरा मई चुनु क्या शक्ति या क्षमा मेरे पास एक लफ्ज़ है मई काहु क्या शक्ति या क्षमा मेरा क्या कर्तव्या है, शक्ति या क्षमा मेरे पास दो शष्तरा मई चुनु क्या शक्ति या क्षमा ये कहते तू पीटा क्यू इतनी मई पीटा हू तभी वो चीज़े मई लिखता नही आता हू टूटे हुए घर से है भूलने की कोशिश और चारा कोई दिखता नही सहारनपुर दो हज़ार पाँच हुआ नाना का देहांत हा थे वो भी शराबी था एक रात मई घर पर और बाप ने लगाली, और उगले जो सच कभी सुना नि बाप पे था सबकुछ और बड़ा भाई पढ़ा है महेंगे से महेंगे सचूलो मेी जब उनपे थी शक्ति कुछ घर वेल लगते नज़र और पापा थे जूऊए मेी हुआ था पैदा मई मरने की हालत मेी रहता था दादा की दुआ मेी जिस दिन हुआ पैदा मा रोई थी उन्हे थी चाहिए еक बेटी पर हुआ मैं बाप पे था कर्ज़ा आया घर मेरе कोई लेके कटता मेी छुपा था कमरे मेी ये दुनिया है क्रूर, शक्ति या क्षमा क्या लगता है चुना उस बंदे ने और पहले थी जितनी भी शक्ति बस माँगी थी बापू ने क्षमा उस लम्हे पे लौंडा था बुल्लाकाड़, होऊँगा मे यहा पर, ये कभी नही सोचा था सपने मे वो तो था अक्चा दुपकने मे, हा देखा है सबको तड़प्ते हुए एक दूसरे पे धनदा सरकते हुए, अंदर ही अंदर रोज़ अपनो को मरते हुए आई हंपे जब शक्ति तो जलते हुए, शक्ति थी ज़्यादा तो क्षमा से डरते हुए मा कहती है लम्हे पिघलते गये की हम भी तो साथी ही मे गलते गये मेरे पास दो शष्तरा मई चुनु क्या शक्ति या क्षमा मेरे पास एक लफ्ज़ है मई काहु क्या शक्ति या क्षमा मेरा क्या कर्तव्या है, शक्ति या क्षमा मेरे पास दो शष्तरा मई चुनु क्या शक्ति या क्षमा ना ज़बान थमी आए दिलबर ना लगाम लागी इस दिल पर ये जुनून हमारे रॅप स्किल्स पर विद्या राम धरी सिंग दिनकर की कवि कहना चाहते है माफी कायरो के मूह से आक्ची नही लगती क्षमा देती है उनको ही शोभा जिनकी स्वामिनी बनी शक्ति मेरे बचपन से दिन कटे आंग्ज़ाइटी मई, लगे हॅंड्ज़ टाइड हॅंडराइटिंग है बकवास तो थे कॅन'त राइट लॅंडमाइन हू मई योउ कॅन ऋण बुत योउ कॅन'त हाइड मंगुइदे उप्पर हा सभी से बाइ आ लॅंड स्लाइड स्कूल मे खेलता था कलूबो के लिए क्रिकेट लेफ्ट आर्म मीडियम बचपन से बल्लेर गलिओ मे सिकेस्ट से कलूबो मे होजता था नर्वस और होगया करियर हिट विकेट पर जहा मई रहा सबके साथ सही, वाहा लोग खाली रहे बस उन्ही के साथ सही जो खेले उनसे बेहतर, ये क्या है बकवास भाई, जो उनसे उप्पर बनाए उन्ही को बाप भाई कहानी मेी छुपी एक सीख है, लोगो को लगता है के वो है उप्पर जब रखते है औरो को वो खुदसे नीचे, क्षमा को शक्ति की नीड है तभी हम रॅप करते है यहा बनने को बेस्ट एशिया मे नही पूरी दुनिया मे बेस्ट शमा फ़ितरत मे है, बिज़ी बोहोट पहले से लेकिन अब सीधे मौत शक्ति है एस तो रखते है किसी को नीचे नही खुदसे और उप्पर हो ऐसा कोई व्यक्ति नही बना मारु से पुश उपस और खो जौ भक्ति मई दो मेरे शष्तरा है शक्ति और क्षमा मेरे पास दो शष्तरा मई चुनु क्या शक्ति या क्षमा मेरे पास एक लफ्ज़ है मई काहु क्या शक्ति या क्षमा मेरा क्या कर्तव्या है, शक्ति या क्षमा मेरे पास दो शष्तरा मई चुनु क्या शक्ति या क्षमा