Rait Zara Si
Arijit Singh
4:52हम वे सीधे सादे मगर आँखों से मजाल हुई हैं रातों मैं ये चोरी करे दिन मैं कोतवत हुई हैं हम थे सीधे सादे मगर आँखों से मजाल हुई है ऐसे तू मिली है जैसे शाम को हवा तू ही रास्ते की ठोकर या तू ही दवा ऐसे तू मिली है जैसे शाम को हवा तू ही रास्ते की ठोकर या तू ही दवा बेसुमार हैं तू खुमार हैं तू खुमार हैं खाली घूम थी नज़र तुझपे अब बहार हुई हैं हम थे सीधे सादे मगर आँखों से मजाल हुई हैं अब कहां से जाना बस तुझे पता हर शुपा हुआ खजाना बस तुझे पता चूहा मैं गुलाम उजाला बस तुझे पाता हमने कैसे दिल संभला बस तुझे पाता हम निहाल है तू कमाल है तू कमाल है जो कर सा हो जह मैं तू वही ख्याल हुई है हम थे सीधे सादे मगर आँखों से मजाल हुई है