Ghafoor
Shashwat Sachdev
2:47दो नैनों की मस्ती के मस्ताने हज़ारों है दो पलों की आशिक़ी के अफ़साने हज़ारों है दो नैनाे की मस्ती के मस्ताने हज़ारों है दो पलों की आशिक़ी के अफ़साने हज़ारों है शाम की बेचैनियों की इक्को ही गवाह है ग़लती कर ले आ ज़रा सी कोई ना गवाह है दिल टूटदे चाहे बार बार तूं कर लै तां वी प्यार प्यार दिल टूटदे चाहे बार बार तूं कर लै तां वी प्यार प्यार अमरा ते नचदी ज़मीन ऐ अमरा ते नचदी ज़मीन ऐ दस्स किवें अज्ज दा scene ऐ आशिक़ाँ दी रात बड़ी रंगीन आशिक़ाँ दी आशिक़ाँ दी रात बड़ी रंगीन आशिक़ाँ दी आशिक़ाँ दी रात बड़ी रंगीन आशिक़ाँ दी आशिक़ाँ दी जिंदगी बड़ी हसीन आशिक़ाँ दी रात साड्डी माशूका है मिलणे आवे सज के रात आई तारे जड़ के रात ते मैं जावां सदके रात ने जो दर्द दिए है मुस्कुराके सहने दे लोगों का तो काम है कहना उनको कहते रहने दे शाम की बेचैनियों की इक्को ही गवाह है ग़लती कर ले आ ज़रा सी कोई ना गवाह है दिल टूटदे चाहे बार बार तूं कर लै तां वी प्यार प्यार दिल टूटदे चाहे बार बार तूं कर लै तां वी प्यार प्यार अमरा ते नचदी ज़मीन ऐ अमरा ते नचदी ज़मीन ऐ दस्स किवें अज्ज दा scene ऐ आशिक़ाँ दी रात बड़ी रंगीन आशिक़ाँ दी आशिक़ाँ दी रात बड़ी रंगीन आशिक़ाँ दी आशिक़ाँ दी रात बड़ी रंगीन आशिक़ाँ दी आशिक़ाँ दी जिंदगी बड़ी हसीन आशिक़ाँ दी