Parinda
Amaal Mallik
5:15पत्थर के हैं सब रास्ते परवाह नहीं धुंधले हैं चेहरे ख्वाब के परवाह नहीं छलनी है सीना रहने दो अब जो भी हो परवाह नहीं सनकी हुआ जाता है दिल मन की किये जाता है दिल कड़के बेतहाशा ये बिजली हुआ जाता है दिल सनकी हुआ जाता है दिल मन की किये जाता है दिल कड़के बेतहाशा ये बिजली हुआ जाता है दिल बादल में ढूंढें होंसले पगला गए हैं होंसले गिर जाये या उड़े अब टूटे या जुड़े परवाह नहीं परवाह नहीं (हे) ये परवाह नहीं ये परवाह नहीं ये हे झूटे हैं या सच्चे हैं सपने आखिर सपने हैं सारे तारे तुम्हीं रख लो सारे जुगनू तो मेरे हैं झूटे हैं या सच्चे हैं सपने आखिर सपने हैं सारे तारे तुम्हीं रख लो सारे जुगनू तो मेरे हैं रोके रुके ना दिल जले पगला गए हैं हौंसले जिद्दी हैं धड़कने अब बिगड़े या बने परवाह नहीं वो परवाह नहीं हो परवाह नहीं येह परवाह नहीं ये साँसों में जो भट्टी है वो रात और दिन दहकती है पानीवानी तो धोका है ये आग आग से बुझती है साँसों में जो भट्टी है वो रात और दिन दहकती है पानीवानी तो धोका है ये आग आग से बुझती है आयें तो आये जलजले पगला गए हैं होंसले शोलों पे हम चले अब पिघले या जले परवाह नहीं वो परवाह नहीं वो हो परवाह नहीं वो हो परवाह नहीं वो