Ram Ravan Samvad
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3:23महाराज रवाँ जिन्हें आप सीता समझ रहे हैं वो विष मिले भोजन के समान आपकी मृत्यु का संदेश है ये अंतिम चेतावनी है नही तो मरने के लिए तय्यार रहो मैं स्वयं तुम्हे मृत्यु दंड देने की शक्ति रखता हूँ मैं वो वानर हूँ रवाँ जला डून पूरी लंका मार दूँगा रवाँ पुत्र तेरा अक्षय अंत उसका रवाँ अहंकार निश्चित मृत्यु का कारण है मैं कर डून तेरा वाद आपी तेरी सेना हेतु तू मेरी पूंछ काफ़ी तेरे मर्द ने तू मैं रखूं गाड़ा आपी श्री राम के हाथों तेरा अंत पापी आपकी कीर्ति और आपके कारनामों की यषगता सुनी कैसे वानर आज बाली आपको अपनी काक में दबाए दबाए च्छे महीने तक घूमते रहे ऐसा ऐसा परमवीर आपके अतिरिक्त और कौन हो सकता है? आपके अतिरिक्त और कौन हो सकता है? याद रखिए धर्म विरुद्ध कारया से सदा अनर्थ ही उत्पन्न होता है पाप स्वयं ही अपने करता को जड़ मूल से नाश कर देता है अतः आप जैसे बुद्धिमान को दूसरे की स्त्री को घर में क़ैद रखने जैसा निन्दिट कारया शोभा नही देता नींद कारया शोभा नही देता को उठा के लाए लक्ष्मण को बचाने लानगा एक चांग में समुंदर संदेशा पहुचने लंका को मारा लंका को दहलाने और ध्रुव मुक्ता युध किया युध में पराजय ऐसा है भले करे शत्रु को बयान उनका वो ना ही युध में था रवाँ के पराजय महादेव के रूप है वो रवाँ नही जाने और पापी का फिर ना श्री राम की कृपा से