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Aashiq Hoon (Jhankar)

Aashiq Hoon (Jhankar)

Sonu Nigam

Длительность: 5:07
Год: 2002
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Текст песни

(आशिक़ है, पागल है, कहने से डरता है)

(आशिक़ है, पागल है, कहने से डरता है)
(आता नहीं प्यार जताना, प्यार ये कैसा करता है?)

अरे, मुझको सँभालो, यारों, मुझको बचा लो, यारों
मैं तो गया काम से
कैसे मैं बताऊँ उसे? क्या समझाऊँ उसे?
मैं तो गया काम से

"दीवाना" मुझे कहता है सारा ज़माना
"दीवाना" मुझे कहता है सारा ज़माना
Whoa-yeah

आशिक़ हूँ, पागल हँ, कहने से डरता हूँ
ये सच है, फिर भी मैं प्यार किसी से करता हूँ

हो, रहती है आँखों में
लेकिन मेरी बाँहों में आती नहीं
आती है सपनों में
पर वो दिल की राहों में आती नहीं

अरे, बड़ी मजबूरी है, मिलना ज़रूरी है
डरता हूँ अंजाम से
कैसे मैं बताऊँ उसे? क्या समझाऊँ उसे?
मैं तो गया काम से

"दीवाना" मुझे कहता है सारा ज़माना
"दीवाना" मुझे कहता है सारा ज़माना
Whoa-yeah

हाय, आशिक़ हूँ, पागल हँ, कहने से डरता हूँ
ये सच है, फिर भी मैं प्यार किसी से करता हूँ

ये पोरगी इकडं ये, कठे चालली? इकडं ये
નખરાં તુ શુ કરે છે? બાગીચામાં ક્યારે મરશે?
ओ, दिल मेरा बोले, "साथ मेरे हो ले"
जाती है बच के कहाँ? Hey

इक दिन ये होना है
अपना जादू उसपर भी चल जाएगा
Hey, दिल मेरा कहता है
"दिल उसका भी इक दिन पिघल जाएगा"

अरे, मेरे ख़्यालों में, मेरे ही ख़्वाबों में
रहती है आराम से
कैसे मैं बताऊँ उसे? क्या समझाऊँ उसे?
मैं तो गया काम से

"दीवाना" मुझे कहता है सारा ज़माना
"दीवाना" मुझे कहता है सारा ज़माना
Whoa-yeah

Hmm, आशिक़ हूँ, पागल हँ, कहने से डरता हूँ
ये सच है, फिर भी मैं प्यार किसी से करता हूँ

होय, "दीवाना" मुझे कहता है सारा ज़माना
"दीवाना" मुझे कहता है सारा ज़माना
Whoa-yeah