Pichle Saat Dinon Mein (Album Version)
Farhan Akhtar
3:08पहली बार तुमको मैंने जब देखा था सुन लो यार कि मैंने क्या सोचा था लगा की तुमसे है मिलना था तबाही इस दिल को ही समझाने मैंने कहा इस रस्ते ना जाना कभी राही ये तेरे लिए है ही नहीं दिल मेरे बोल उठा होने दो अब जो भी हो डरना क्या भला बुरा होने दो अब जो भी हो क्या दिल की सुन ली तुमने क्या राह चुन ली तुमने हाँ दिल की सुन ली मैंने हाँ राह चुन ली मैंने पहली बार तुमको मैंने जब देखा था सुन लो यार ओ मैंने क्या सोचा था लगा की मशवरे सुनते हो दिल के लगा की थोड़े से हो तुम दीवाने से करोगे दिल की बातें फिर मिलके और होंगी ये बातें बड़ी हसीं दिल मेरा बोल उठा होने दो अब जो भी हो डरना क्या भला बुरा होने दो अब जो भी हो क्या दिल की सुन ली तुमने क्या राह चुन ली तुमने हाँ दिल की सुन ली मैंने हाँ राह चुन ली मैंने लहरों में जैसे लहरें मिलें ऐसे मिल गयी दिलों की धड़कन चलते ही चलते राहों में खोये खोये हैं दोनों तन मन हम पास आये तो क्यों पास आये सोचो तो बात है ज़रा सी कुछ तुम भी प्यासे प्यासे थे कब से मैं भी थी प्यासी प्यासी लगा की तुमसे मिलना था तबाही इस दिल को ही समझाने मैंने कहा इस रस्ते ना जाना कभी राही ये तेरे लिए है ही नहीं दिल मेरा बोल उठा होने दो अब जो भी हो डरना क्या भला बुरा होने दो अब जो भी हो क्या दिल की सुन ली तुमने क्या राह चुन ली तुमने हाँ दिल की सुन ली मैंने हाँ राह चुन ली मैंने पहली बार पहली बार पहली बार