Yeh Mausam Rangeen Sama
Suman Kalyanpur, Mukesh
3:10यूँही दिल ने चाहा था रोना रुलाना तेरी याद तो बन गई इक बहाना यूँही दिल ने चाहा था रोना रुलाना तेरी याद तो बन गई इक बहाना हमें भी नहीं इल्म हम जिस पे रोए वो बीती रुतें हैं के आता ज़माना वो बीती रुतें हैं के आता ज़माना तेरी याद तो बन गई इक बहाना ग़म ए दिल है और ग़म ए ज़िंदगी भी न इसका ठिकाना न उसका ठिकाना ग़म ए दिल है और ग़म ए ज़िंदगी भी न इसका ठिकाना न उसका ठिकाना न इसका ठिकाना न उसका ठिकाना तेरी याद तो बन गई इक बहाना कोई किसपे तड़पे कोई किसपे रोए इधर दिल जला है उधर आशियाना इधर दिल जला है उधर आशियाना तेरी याद तो बन गई इक बहाना यूँही दिल ने चाहा था रोना रुलाना तेरी याद तो बन गई इक बहाना