Sarkari Dulha
Surabhi Kashyap
3:38चुनरी के चारो कोना, सोना से लिखले बानी पीपर के दोना में, दिलवा के रखले बानी बस ताकsतानी पिया के डगरिया कैसे खेले जाई सावन में कजरिया बदरिया घेरी आईल ननदी 1 दिल बाग-बाग बा भइल, अरमान जाग बा गइल पूरवा भी हमके चिढ़ावेले गरजे ई जब-जब बिजुरिया ओढ़ी आसमानी चदरिया कोयल भी कजरी सुनावेले लहरे दिल में लहरिया कैसे खेले जाई सावन में... 2 बारिश के बोली-ठिठोली चलावे करेजा में गोली पूछेला रोजे कुछ कंगना कहिया ले जोड़ा किनाई दुआरा बारात कब आई ताकता रोज हमार अंगना सूना बावे प्रेम के नगरिया कैसे खेले जइबू....