Oh Mere Yaara
Swaroop Pandey
4:11माना तुमने एक दफ़ा तो दिल में जो भी लिख दिया था माना तुमने इश्क़ तुम्हारा आँखों में मेरी रख दिया था उन आँखों में तेरे सिवा और ख़्वाब भी कोई कैसे आए? ख़्वाब ने जो भी मांगी ख़ुदा से हर वो दुआ में तुम हो समाए जो तुमसे जुड़ गए धागे कहीं अब दिल ये लागे ना हाँ सीधा तुम तक भागे कहीं अब मुड़ना चाहे ना जो तुमसे जुड़ गए धागे के दिल अब कुछ भी मांगे ना तुम ही से जुड़ना चाहे, मुड़ना चाहे ना पल भर की हैं जो ख्वाहिशें जिनसे बसी है ज़िंदगी पल भर की हैं जो ख्वाहिशें जिनसे बसी है ज़िंदगी वो लड़खड़ाए, गुनगुनाए तुम पे फ़ना है, मेरे पास आए ना जो तुमसे जुड़ गए धागे कहीं अब दिल ये लागे ना हाँ सीधा तुम तक भागे कहीं अब मुड़ना चाहे ना जो तुमसे जुड़ गए धागे के दिल अब कुछ भी मांगे ना तुम ही से जुड़ना चाहे, मुड़ना चाहे ना जो तुमसे जुड़ गए धागे कहीं अब दिल ये लागे ना हाँ सीधा तुम तक भागे कहीं अब मुड़ना चाहे ना जो तुमसे जुड़ गए धागे के दिल अब कुछ भी मांगे ना तुम ही से जुड़ना चाहे, मुड़ना चाहे ना