Kya Ho Agar
Taba Chake
4:00दिल कुछ कहना चाहे कुछ कह ना पाए दिल घबराए क्यों घबराए कहना सब कुछ है मगर कोई समझे ही नहीं यहां मुझे कोई कुछ पूछ ले दिल बेहलाये कैसी आफत है ये जाने क्या चाहिए की सोने ना दे ना मुझको मेरा पता दे झूठी कहानियों में दिल थम जाए जीके भी क्या अब हम करें उसके लिए जिए कोई ना समझे मुझे दिल घबराए हे जीना तुम्हे गम की राहों में खोना चाहूँ में हवावों साथ बह जाए कहीं दूर ले जाए मुझे गिर के उठे कितनी ही दफा और कितनी मरदबा फिर गिर जाए दिल घबराए झुके हम कब तक और यहाँ और कितनी इम्तिहान लेना चाहे ये दिल घबराए दिल घबराए दिल घबराए दिल घबराए दिल घबराए दिल घबराए दिल घबराए दिल घबराए दिल घबराए