Ab Kya Ghazal Sunaoon
Talat Aziz
5:47आखें खुल जाती है और तेरा असर जाता है आखें खुल जाती है और तेरा असर जाता है ख्वाब तो ख्वाब है हर सुबा बिखर जाता है आखें खुल जाती है और तेरा असर जाता है ज़ार्ड पड़ते हैं नही घाम के हारे यह पत्ते ज़ार्ड पड़ते हैं नही घाम के हारे यह पत्ते जितना बढ़ता है मेरा दर्द निखार जाता है जितना बढ़ता है मेरा दर्द निखार जाता है ख्वाब तो ख्वाब है हर सुबा बिखर जाता है आखें खुल जाती है और तेरा असर जाता है मेरी आँखो से निकल कर मेरा हर एक आँसू मेरी आँखो से निकल कर मेरा हर एक आँसू तेरी पॅल्को पे जो गिरता है सॉवॅर जाता है तेरी पॅल्को पे जो गिरता है सॉवॅर जाता है ख्वाब तो ख्वाब है हर सुबा बिखर जाता है आखें खुल जाती है और तेरा असर जाता है तू अचानक से कभी सामने आ जाता है तू अचानक से कभी सामने आ जाता है साँसे रुक जाती है और दिल भी ठहर जाता है साँसे रुक जाती है और दिल भी ठहर जाता है ख्वाब तो ख्वाब है हर सुबा बिखर जाता है आखें खुल जाती है और तेरा असर जाता है आखें खुल जाती है और तेरा असर जाता है