Jab Yaad Tumhari
Talat Aziz
6:31शाम आँखों से ढली, पलकों पे आँसू आए शाम आँखों से ढली, पलकों पे आँसू आए शाम आँखों से ढली, पलकों पे आँसू आए रात की बाँहों से बस तेरी ही ख़ुशबू आए शाम आँखों से ढली, पलकों पे आँसू आए टूट जाए ना कहीं ख़्वाब सुबह होने तक टूट जाए ना कहीं ख़्वाब सुबह होने तक साँस थमने को है कि सामने फिर तू आए साँस थमने को है कि सामने फिर तू आए रात की बाँहों से बस तेरी ही ख़ुशबू आए शाम आँखों से ढली, पलकों पे आँसू आए तुझको सोचूँ तो तेरी धड़कनें मुझको छू ले तुझको सोचूँ तो तेरी धड़कनें मुझको छू ले तुझको सोचूँ तो तेरी धड़कनें मुझको छू ले ऐ ख़ुदा, काश मुझे ऐसा भी जादू आए ऐ ख़ुदा, काश मुझे ऐसा भी जादू आए रात की बाँहों से बस तेरी ही ख़ुशबू आए शाम आँखों से ढली, पलकों पे आँसू आए दिल की दस्तक पे हमेशा तू हमें पाएगा दिल की दस्तक पे हमेशा तू हमें पाएगा तेरे एहसास को हम इस तरह से छू आए तेरे एहसास को हम इस तरह से छू आए रात की बाँहों से बस तेरी ही ख़ुशबू आए शाम आँखों से ढली, पलकों पे आँसू आए