Itna Na Mujhse Tu Pyar Badha
Talat Mahmood
3:56आंसू समझ के क्यों मुझे आँख से तूने गिरा दिया मोटी किसीके प्यार का मिट्टी में क्यों मिला दिया आंसू समझ के क्यों मुझे जो ना चमन में खिल सका में वह गरीब फूल हु जो ना चमन में खिल सका में वह गरीब फूल हु जो कुछ भी हु बहार की छोटीसी एक भूल हु जिसने खिला के खुद मुझे खुद ही मुझे भुला दिया आंसू समझ के क्यों मुझे आँख से तूने गिरा दिया आंसू समझ के क्यों मुझे नग्मा हु कब मगर मुझे अपने पे कोइ नाज़ था नग्मा हु कब मगर मुझे अपने पे कोइ नाज़ था गाया गया हु जिसपे मैं टुटा हुआ मै साज़ था जिसने सुन हास् दिया हस् के मुझे रूला दिया आंसू समझ के क्यों मुझे आँख से तूने गिरा दिया आंसू समझ के क्यों मुझे मेरी खता माफ़ है भूले से आ गया यहाँ मेरी खता माफ़ है भूले से आ गया यहाँ वरना मुझे भी हैं खबर मेरा नहीं हैं यह जहाँ डूब चला था नींद में अच्छा किया जगा दिया आंसू समझ के क्यों मुझे आँख से तूने गिरा दिया मोटी किसीके प्यार का मिट्टी में क्यों मिला दिया आंसू समझ के क्यों मुझे