Bandey
The Local Train
5:06क्यूँ आँख नम है शायद याद है तेरी क्यूँ आज ग़म है ये चाहत है मेरी तुमसे थी सुबह थी रातें मेरी तू बेवफ़ा है किस्मत है मेरी हो गए हम ज़ुदा क्यूँ बता हो गई क्या खता तू बता कैसे जियूँ कैसे रहूँ जिया जाय ना कैसे कहूँ कैसे सहूँ जिया जाए ना कैसे जियूँ कैसे रहूँ जिया जाय ना कैसे कहूँ कैसे सहूँ जिया जाए ना क्यूँ रूकी है पलके आहट में तेरी क्या कह रही है ये ख़ामोशी मेरी इसे पागलपन कहो मदहोशी मेरी तू बेवफ़ा है किस्मत है मेरी हो गए हम जुदा क्यूँ बता हो गई क्या खता तू बता कैसे जियूँ कैसे रहूँ जिया जाय ना कैसे कहूँ कैसे सहूँ जिया जाए ना कैसे जियूँ कैसे रहूँ जिया जाय ना कैसे कहूँ कैसे सहूँ जिया जाए ना ये है कैसे जियूँ कैसे रहूँ कैसे जियूँ कैसे रहूँ