Kangana
Third Hour
2:49पहरे दो पहर में तेरे शहर में कैसे गुज़ारेंगे रातें ये लम्हे भी हमसे कहने लगे हैं तेरे ही प्यार की वो बातें सूनी सूनी सी हैं ये रातें खोयी खोयी सी हैं मेरी आँखें सूनी सूनी सी हैं ये रातें खोयी खोयी सी हैं मेरी आँखें आखियाँ तरसें तेरी यादों में वेख्या भर के मुखड़ा सोनिये रखियाँ नूर कितने तू दिल छे माहिया तू बता तेरे बिन ये पहरे दो पहर में तेरे शहर में कैसे गुज़ारेंगे रातें ये लम्हे भी हमसे कहने लगे हैं तेरे ही प्यार की वो बातें Don't tell me what you want Cause I won't know दिल समझे ना कुछ ग़म सा रहे हैं वो आखियाँ तरसें तेरी यादों में वेख्या भर के मुखड़ा सोनिये रखियाँ नूर कितने तू दिल छे माहिया तू बता तेरे बिन ये पहरे दो पहर में तेरे शहर में कैसे गुज़ारेंगे रातें ये लम्हे भी हमसे कहने लगे हैं तेरे ही प्यार की वो बातें