Dil Kya Kare
Jatin-Lalit
4:28ओ हमसफ़र, दिल के नगर सपने चलो हम सजाएँ ओ हमसफ़र, दिल के नगर सपने चलो हम सजाएँ तुम हो साथ और हम कहीं खो जाएँ ओ हमसफ़र, दिल के नगर सपने चलो हम सजाएँ तुम हो साथ और हम कहीं खो जाएँ ओ हमसफ़र दिल के नगर सपने चलो हम सजाएँ चांदनी रात या सुनहरा हो दिन बेरंग है ज़िन्दगी का हर दिन तेरे बिन ओ चांदनी रात या सुनहरा हो दिन बेरंग है ज़िन्दगी का हर दिन तेरे बिन देखो हम जुदा ना कभी हो जाये ओ हमसफ़र, दिल के नगर सपने चलो हम सजाएँ तुम हो साथ और हम कहीं खो जाएँ ओ हमसफ़र, दिल के नगर सपने चलो हम सजाएँ ले चलो तुम मुझे ज़माने से दूर मिलके जहाँ दो जवां दिल मस्ती में हो चूर हाँ ले चलो तुम मुझे ज़माने से दूर मिलके जहाँ दो जवां दिल मस्ती में हो चूर ख्वाबों के जहाँ में चलो खो जाये ओ हमसफ़र, दिल के नगर सपने चलो हम सजाएँ ओ हमसफ़र, दिल के नगर सपने चलो हम सजाएँ तुम हो साथ और हम कहीं खो जाएँ ओ हमसफ़र, दिल के नगर सपने चलो हम सजाएँ तुम हो साथ और हम कहीं खो जाएँ ओ हमसफ़र, दिल के नगर सपने चलो हम सजाएँ