Aag Chahat Ki Lag Jayegi
Alka Yagnik & Babul Supriyo
6:29प्यार का मीठा—मीठा दर्द जगा के, हो—हो प्यार का मीठा—मीठा दर्द जगा के चैन गँवा के, मेरी नींद उड़ा के अरे—रे—रे, चली कहाँ दिल को चुरा के? गोरिया, चली कहाँ दिल को चुरा के? Hey, अरे—रे—रे, चली कहाँ दिल को चुरा के? गोरिया, चली कहाँ दिल को चुरा के? प्यार का मीठा—मीठा दर्द जगा के, हो—हो प्यार का मीठा—मीठा दर्द जगा के चैन गँवा के, मेरी नींद उड़ा के अरे—रे—रे, चला कहाँ दिल को चुरा के? सजना, चला कहाँ दिल को चुरा के? अरे—रे—रे, चला कहाँ दिल को चुरा के? सजना रे, चला कहाँ दिल को चुरा के? गोरी, तेरे होंठों से मेरा इक़रार छलकता है हो, गोरी, तेरे होंठों से मेरा इक़रार छलकता है पिया, तेरी आँखों में मेरा हसीं रूप झलकता है मुझ पे नहीं है अब मेरा क़ाबू तूने किया है जाने क्या जादू ज़ुल्फ़ें गिरा के, बलखा के, मुस्का के, हो—हो ज़ुल्फ़ें गिरा के, बलखा के, मुस्का के चैन गँवा के, मेरी नींद उड़ा के अरे—रे—रे, चली कहाँ दिल को चुरा के? गोरिया, चली कहाँ दिल को चुरा के? Hey, अरे—रे—रे, चली कहाँ दिल को चुरा के? गोरिया, चली कहाँ दिल को चुरा के? कली अरमानों की ज़रा—ज़रा और महकने दे हो, कली अरमानों की ज़रा—ज़रा और महकने दे हो, मुझे इस चाहत में अभी—अभी और बहकने दे तेरे लिए मैं, मेरे लिए तू घुली—घुली है प्यार की ख़ुशबू मेरे तन—मन में अगन भड़का के, हो—हो मेरे तन—मन में अगन भड़का के चैन गँवा के, मेरी नींद उड़ा के अरे—रे—रे, चला कहाँ दिल को चुरा के? सजना, चला कहाँ दिल को चुरा के? अरे—रे—रे, चला कहाँ दिल को चुरा के? सजना रे, चला कहाँ दिल को चुरा के? प्यार का मीठा—मीठा दर्द जगा के चैन गँवा के, मेरी नींद उड़ा के अरे—रे—रे, चली कहाँ दिल को चुरा के? अरे—रे—रे, चला कहाँ दिल को चुरा के? Hey, गोरिया, चली कहाँ दिल को चुरा के? हाँ, सजना रे, चला कहाँ दिल को चुरा के?