Tum Ho
Mohit Chauhan
5:17कहीं तो कहीं तो होगी वो दुनिया जहाँ तू मेरे साथ है जहाँ में जहाँ तू और जहाँ बस तेरे मेरे ज़ज्बात है होती जहाँ सुबह तेरी पलको की किर्णो मे लॉरी जहाँ चाँद की सुने तेरी बाँहों मे जाने ना कहा वो दुनिया है जाने ना वो है भी या नही जहा मेरी ज़िंदगी मुझसे इतनी खफा नही जाने ना कहा वो दुनिया है जाने ना वो है भी या नही जहाँ मेरी ज़िंदगी मुझसे इतनी खफा नही साँसे खो गयी है किसकी आहो मे में खो गयी हू जाने किसकी बाँहों मे मंज़िलो से रहे ढूंडती चली और खो गयी है मंज़िल कही रहो मे कही तो कही तो है नशा तेरी मेरी हर मुलाकात मे मुलाकात मे होठों से होठों को चूमती रहते हम हर बात पे कहती है फ़िज़ा जहा तेरी जमीं आसमां जहाँ है तू मेरी हसी मेरी खुशी मेरी जेया जाने ना कहा वो दुनिया है जाने ना वो है भी या नही जहाँ मेरी ज़िंदगी मुझसे इतनी खफा नही जाने ना कहा वो दुनिया है जाने ना वो है भी या नही जहाँ मेरी ज़िंदगी मुझसे इतनी खफा नही जाने ना कहा वो दुनिया है जाने ना वो है भी या नही जहाँ मेरी ज़िंदगी मुझसे इतनी खफा नही