Hum Apne Gham Ko

Hum Apne Gham Ko

Vinod Rathod

Альбом: The Gentleman
Длительность: 7:42
Год: 1994
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Текст песни

आ

हम अपने ग़म को
सजा कर बहार कर लेंगे
हम अपने ग़म को
सजा कर बहार कर लेंगे
हम अपने ग़म को
सजा कर बहार कर लेंगे
तेरे ख़यालों को
थोड़ा सा प्यार कर लेंगे
हम अपने ग़म को
सजा कर बहार कर लेंगे
हम अपने ग़म को
सजा कर बहार कर लेंगे
तेरे ख़यालों को
थोड़ा सा प्यार कर लेंगे
हम अपने ग़म को
सजा कर बहार कर लेंगे

मोहब्बतों की कहानी
कहानी तुझे सुनाएंगे
तुझे बुलाएंगे ख़्वाबों में
और जगाएंगे
हवा चलेगी तो आँचल
आँचल की याद आएगी
घटा उठेगी तो काजल
काजल की याद आएगी
तेरे हसीं तसब्बुर को प्यार कर लेंगे
यूँ याद हम भी तुझे
बार-बार कर लेंगे
हम अपने ग़म को
सजा कर बहार कर लेंगे
हाँ, तेरे ख़यालों को
थोड़ा सा प्यार कर लेंगे
हम अपने ग़म को
सजा कर बहार कर लेंगे

जो प्यार करते हैं वो
इन ग़मों को सहते हैं
मोहब्बतों में तूफ़ान
आते रहते हैं
तुम्हारे नाम को धड़कन
धड़कन के साथ रख लेंगे
तुम्हारे चेहरे को दर्पण
दर्पण के साथ रख लेंगे
ये दूरियों का
समुंदर भी पार कर लेंगे
तमाम उम्र तेरा इंतज़ार कर लेंगे
हम अपने ग़म को
सजा कर बहार कर लेंगे
तेरे ख़यालों को
थोड़ा सा प्यार कर लेंगे
हम अपने ग़म को
सजा कर बहार कर लेंगे
हम अपने ग़म को
सजा कर बहार कर लेंगे