Dil To Bachcha Hai
Rahat Fateh Ali Khan
5:37धुंधला जाएँ जो मंज़िलें इक पल को तू नज़र झुका झुक जाये सर जहाँ वहीं मिलता है रब का रास्ता तेरी किस्मत तू बदल दे रख हिम्मत बस चल दे तेरा साथी मेरे कदमों के हैं निशाँ तू न जाने आस पास हैं खुदा(तू न जाने आस पास हैं खुदा) तू न जाने आस पास हैं खुदा(तू न जाने आस पास हैं खुदा) तू न जाने आस पास हैं खुदा(तू न जाने आस पास हैं खुदा) तू न जाने आस पास हैं खुदा(तू न जाने आस पास हैं खुदा) खुद पे डाल तू नज़र हालातों से हार कर कहाँ चला रे हाथ की लकीर को मोड़ता मरोड़ता है हौसला रे तो खुद तेरे ख्वाबों के रंग में तू अपने जहां को भी रंग दे के चलता हूँ मैं तेरे संग में हो शाम भी तो क्या जब होगा अँधेरा तब पायेगा दर मेरा(जब होगा अँधेरा तब पायेगा दर मेरा) उस दर पे फिर होगी तेरी सुबह(उस दर पे फिर होगी तेरी सुबह) तू न जाने आस पास हैं खुदा(तू न जाने आस पास हैं खुदा) तू न जाने आस पास हैं खुदा(तू न जाने आस पास हैं खुदा) तू न जाने आस पास हैं खुदा(आस पास हैं ) तू न जाने आस पास हैं खुदा मिट जाते हैं सब के निशाँ बस एक वो मिटता नहीं हाय मान ले जो हर मुश्किल को मर्ज़ी मेरी हाय हो हमसफ़र न तेरा जब कोई साया मेरा रहेगा तब वही तुझसे कभी न इक पल भी मैं जुदा तू न जान आस पास हैं खुदा तू न जाने आस पास हैं खुदा तू न जाने आस पास हैं खुदा तू न जाने आस पास हैं खुदा