Top Floor Shiii
Yashraj
3:00हा क्या है ज़रूरी ज़्यादा कला की कलाकारी या उससे मिले जो मुनाफ़ा लिखता में बात सारी खत में पर मिलता ना लिफ़ाफ़ा जिसपे लिखू एक पता और सोचु, भेजू में कहा पे बीतें हुए? या आने वाले कल को दोनो को में एक ही बात बोलू "बेटा तू संभल तो आज दिन नई है तेरा पर शायद कल तेरा साल होगा हरी घास दूसरे की, तेरा माल होगा साल पे साल बढ़े तो काम भी जाता दिख मॅन में खाब बड़े तो रुकना काल्पनिक और देखे पुर scene को बस, तोड़ा सा डोर से पहले हम भी देखते थे जैसे मजबूर थे अब घूरते जैसे यहके खूनी हो कान पे जभ headphone तो कमरा भी studio Beat के ज़माने में जब बोलने की खूबी हो तो खेलते नई धागो हाथ में जब सूली हो आना नई सामने आना नई सामने नादानी बादमें नादानी बादमें काम से काम बता! काम से काम बता मै बोलूँगा हर दफ़ा में बोलूँगा हर दफ़ा आना नई सामने आना नई सामने नादानी बादमें नादानी बादमें काम से काम बता काम से काम बता मै बोलूँगा हरर दफ़ा में बोलूँगा हरर दफ़ा Middle class लड़का करता सबको school आज जो सीखा मेने सबसे गानो में बनता col large ये बड़ी तस्वीर नई बस एक बड़ी पहेली और क्यू मिट-ती ये लकीरें जबभी घिसते हम हातेली बोलते "मुति में है दुनिया तेरे पर तेरे हाथ में ना कुच्छ भी ऐसा बोलते सभी, जबही भी हारता में अभी भी चोट लगे दादू को तो वो भी बिना सोचे समझे जाके अपनी माँ को ही पुकारता है ये बातें घूम फिरके आती परिवार पे थोड़े जो घरके अंदर है थोड़े जो घरके बाहर है जो जानते वो जानते, में नाम आज लूँगा नई माँ मेरी teacher शिकायत का मौका दूँगा नई दोस्तों को बनते देखा बाप मैंने नौकर को बनते देखा साहब मैंने फिसलती नीयत लोगो की तो मूह से निकले इनके झाग कैसे हा बोलता साथ दे शुरुआत से नही तो फिर भाग यहा से आना नई सामने नही तो फिर भाग यहा से नादानी बादमें नही तो फिर भाग यहा से काम से काम बता! नही तो फिर भाग यहा से मै बोलूँगा हर दफ़ा नही तो फिर भाग यहा से आना नई सामने नही तो फिर भाग यहा से नादानी बादमें नही तो फिर भाग यहा से काम से काम बता! नही तो फिर भाग यहा से में बोलूँगा हरर दफ़ा नही तो फिर भाग यहा से भाग यहा से भाग यहा से Give us what we need Give us what we need Give us what we need Give us what we need Give us what we need Give us what we need