Lafzon Mein
Abhijeet Sawant
4:27(?) लम्हा, लम्हा, है तेरी अदा, तेरी अदा मौसम मौसम मौसम है तेरी हँसी, तेरी हँसी लम्हा, लम्हा, है तेरी अदा, तेरी अदा मौसम मौसम मौसम है तेरी हँसी, तेरी हँसी ख़यालो की कहीं छाँव है तो यादो की कहीं धूप है निगाहो मे तेरा रूप है, रूप है, रूप है ख़यालो की कहीं छाँव है तो यादो की कहीं धूप है निगाहो मे तेरा रूप है, रूप है, रूप है (?) तू, तू है बादे सबा तू, तू है महकी फ़िज़ा, तू प्यास है पट्टी पट्टी है तेरी हया, तेरी हया आहट आहट आहट है तेरी सदा, तेरी सदा पट्टी पट्टी है तेरी हया, तेरी हया आहट आहट आहट है तेरी सदा, तेरी सदा हवाओ मे तेरा नाम है, फ़िज़ाओ मे तेरा रंग है हमेशा तू मेरे संग है, संग है, संग है ख़यालो की कहीं छाँव है तो यादो की कहीं धूप है निगाहो मे तेरा रूप है, रूप है, रूप है है, तुझसे है चाँदनी है, तुझसे है रोशनी तुझसे है जहाँ तुझको आती है जादूगरी, जादूगरी तू है, तू है, तू है तू है कोई परी, कोई परी तुझको आती है जादूगरी, जादूगरी तू है, तू है, तू है तू है कोई परी, कोई परी नॅज़ारो में तेरा अक्ष है, सितारो में तेरा नूर है नशे में तू मेरे चूर है, चूर है, चूर है ख़यालो की कहीं छाँव है तो यादो की कहीं धूप है निगाहो मे तेरा रूप है, रूप है, रूप है रूप है रूप है ख़यालो की कहीं धूप है धूप है