Humare Saath Shri Raghunath

Humare Saath Shri Raghunath

Agam Aggarwal

Длительность: 4:11
Год: 2022
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Текст песни

हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता?
हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता?
शरण में रख दिया जब माथ तो किस बात की चिंता?
शरण में रख दिया जब माथ तो किस बात की चिंता?

किया करते हो तुम दिन-रात क्यूँ बिन बात की चिंता?
किया करते हो तुम दिन-रात क्यूँ बिन बात की चिंता?
किया करते हो तुम दिन-रात क्यूँ बिन बात की चिंता?
किया करते हो तुम दिन-रात क्यूँ बिन बात की चिंता?

तेरे स्वामी, तेरे स्वामी
तेरे स्वामी को रहती है तेरे हर बात की चिंता
तेरे स्वामी को रहती है तेरे हर बात की चिंता

हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता?
हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता?

ना खाने की, ना पीने की, ना मरने की, ना जीने की
ना खाने की, ना पीने की, ना मरने की, ना जीने की
ना खाने की, ना पीने की, ना मरने की, ना जीने की
ना खाने की, ना पीने की, ना मरने की, ना जीने की

रहे हर श्वास, रहे हर श्वास
रहे हर श्वास में भगवान के प्रिय नाम की चिंता
रहे हर श्वास में भगवान के प्रिय नाम की चिंता

हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता?
हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता?

उन्हीं ब्रिजेष पर कृपा बनाया दास प्रभु अपना
उन्हीं ब्रिजेष पर कृपा बनाया दास प्रभु अपना
उन्हीं ब्रिजेष पर कृपा बनाया दास प्रभु अपना
उन्हीं ब्रिजेष पर कृपा बनाया दास प्रभु अपना

उन्हीं के हाथ, उन्हीं के हाथ
उन्हीं के हाथ में अब हाथ तो किस बात की चिंता?
उन्हीं के हाथ में अब हाथ तो किस बात की चिंता?

हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता?
हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता?
शरण में रख दिया जब माथ तो किस बात की चिंता?

किस बात की चिंता?
किस बात की चिंता?
किस बात की चिंता?