Aigiri Nandini
Ghor Sanatani
2:55ॐ ॐ ॐ ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय हर हर भोले नमः शिवाय नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय हर हर भोले नमः शिवाय रामेश्वराय शिव, रामेश्वराय हर हर भोले नमः शिवाय रामेश्वराय शिव, रामेश्वराय हर हर भोले नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय हर हर भोले नमः शिवाय नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय हर हर भोले नमः शिवाय महादेव, तेरे आगे मेरे पाप हैं महादेव, तेरे आगे मेरी नेकी महादेव, मैं कहाँ-कहाँ टूटा हूँ मेरी दुविधा तो आप ही ने देखी मेरे कर्मों की तू ही पगडंडी तेरी वजह से है भक्ति से संधि बस में जो होता कुछ कर पाना तो देता बन पहरा मैं तेरा प्रिय नंदी क्या ही कहूँ, जाने दिल की भी सब तू पीड़ा दिल की भी करेगा ये कम तू हाथों में ये थामा त्रिशूल बना लो त्रिशूल पे टंगा या तेरा ये डमरू तेरे आगे ना औकात है उनकी तुम्ही से है मैंने बात भी पूछी नाम लेकर तेरा आँखें ये पोंछी रहूँ बनके मैं पास वसुकी जटाधराय शिव, जटाधराय हर हर भोले नमः शिवाय जटाधराय शिव, जटाधराय हर हर भोले नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय हर हर भोले नमः शिवाय नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय हर हर भोले नमः शिवाय योग विलीन, चिंतन करे जब, योगी स्वरूप जिया प्रभु के दर्शन करने की इच्छा, तो गोपी का रूप लिया ध्यान को भंग करने पे जैसे काम को भंग किया क्रोध है ऐसा, त्रिनेत्र को खोले, संसार को भस्म किया त्रिशूल विशाल, माया का जाल, दुष्टों ने लगा रखी घात मृत्यु अकाल, बाँका ना बाल, जब महाकाल है साथ कर्पूर रंग है, जो करुणा के संग है, जो जीवन के ऊपर विख्यात ऐसे महायोगी साथ हमारे, तो मृत्यु की भी क्या बिसात गंगाधराय शिव, गंगाधराय हर हर भोले नमः शिवाय गंगाधराय शिव, गंगाधराय हर हर भोले नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय हर हर भोले नमः शिवाय नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय हर हर भोले नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय हर हर भोले नमः शिवाय नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय हर हर भोले नमः शिवाय