Mann Mein Shiva
Kunal Ganjawala
5:18Ajay - Atul, Kunal Ganjawala, Sudesh Bhosle, Swapnil Bandodkar, Padmanabh Gaikwad, And Priyanka Barve
हे बोले धरती जयकारा गगन है सारा गूंजा रे जग में लहराया न्यारा ध्वज है हमारा ऊंचा रे हम वो योद्धा वो निडर हम जो भी दिशा में जाएं सारे पथ चरण छुएं और पर्वत शीश नवाये रास्ते से हट जाएं नदियां होके हवाएं हम हैं जियाले जीतने को हम रण मैं उतरते हैं हम सूरज हैं अंत हमी रातों का करते हैं युग युग की जंजीरों को हमने ही काटा रे बोल उठा ये जग सारा जय मर्द मराठा रे जो रक्त है तन में बहता वो हमसे है ये कहता सम्मान के बदले जान भी दें तो नही है घाटा रे युग युग की जंजीरों को हमने ही काटा रे बोल उठा ये जग सारा जय मर्द मराठा रे युग युग की जंजीरों को हमने ही काटा रे बोल उठा ये जग सारा जय मर्द मराठा रे वीरता हमने बोई और ये फल पाया दूर तक अब है फैली अपनी ही छाया हो जीवन जो रणभूमि रे करता है तांडव आज उसी ने है विजय का नगाड़ा बजाया अपनी है जो गाथा अब है समय सुनाता सब को है ये बताता कैसे सुख हमने बाटा रे युग युग की जंजीरों को हमने ही काटा रे बोल उठा ये जग सारा जय मर्द मराठा रे युग युग की जंजीरों को हमने ही काटा रे बोल उठा ये जग सारा जय मर्द मराठा रे हम्म सच के सिपाही अलबेले राही क्या जानते हो तुम जब तुम नही थे हम कब यहीं थे हम भी थे जैसे घूम तुम ध्यान में थे तुम प्राण में थे जैसे जन्म जन्म जब तीर तुमपे बरसे तो जैसे घायल हुए थे हम हो देखो तो मुझसे कह के मैं जान दे दूं तुम पे क्या तुम नहीं ये जानते दुविधा के आगे जब नारी जागे हिम्मत से काम ले चूड़ी उतार कंगन उतार तलवार थाम ले मैंने ली आज शपथ है वीरों का पथ है मेरा रे लक्ष्य अपना जो बना लूँ वहीं पे डालूं डेरा रे हम वो योद्धा वो निडर हम जो भी दिशा में जाएं सारे पथ चरण छुएं और पर्वत शीश नवाये रास्ते से हट जाएं नदियां होके हवाएं हम हैं जियाले जीतने को हम रण मैं उतरते हैं हम सूरज हैं अंत हमी रातों का करते हैं युग युग की जंजीरों को हमने ही काटा रे बोल उठा ये जग सारा जय मर्द मराठा रे जो रक्त है तन में बहता वो हमसे है ये कहता सम्मान के बदले जान भी दें तो नही है घाटा रे युग युग की जंजीरों को हमने ही काटा रे बोल उठा ये जग सारा जय मर्द मराठा रे युग युग की जंजीरों को हमने ही काटा रे बोल उठा ये जग सारा जय मर्द मराठा रे