Noor
Akshath
3:13कैसे तू गुनगुनाए, मुस्कुराए छोटी-मोटी बातों पे मुँह फ़ुलाए ये नज़ाकत, मेरी आदत पास मुझे लाए नादानियाँ, नादानियाँ खींचें मुझे नादानियाँ नादानियाँ, नादानियाँ पागल करे तेरी हर अदा शाम-ओ-सुबह मैं तेरी याद करूँ तेरे ख़यालों से मैं बात करूँ (बात करूँ) तेरी नज़र में ये कैसा नशा? तेरी आवाज़ में ये कैसा सुकूँ? दिल के सारे इशारों पे बस तेरा ही नाम है कैसे तू गुनगुनाए, मुस्कुराए छोटी-मोटी बातों पे मुँह फ़ुलाए ये नज़ाकत, मेरी आदत पास मुझे लाए नादानियाँ, नादानियाँ खींचें मुझे नादानियाँ नादानियाँ, नादानियाँ पागल करे तेरी हर अदा आजा पास मेरे, लिखें १०० कहानियाँ (१०० कहानियाँ) तू जो साथ मेरे, लगे जहाँ पा लिया (जहाँ पा लिया) तेरी साँसों में बीते हर पल मेरा तेरी आँखों में देखूँ हर कल मेरा कभी होना नहीं दूर, ओ, जान-ए-जाँ ज़रा पास तो आ फिर से दोहरा दिल के सारे इशारों पे बस तेरा ही नाम है नादानियाँ, नादानियाँ खींचें मुझे नादानियाँ नादानियाँ, नादानियाँ पागल करे तेरी हर अदा