Aayega Maza Ab Barsaat Ka (From "Andaaz")

Aayega Maza Ab Barsaat Ka (From "Andaaz")

Alka Yagnik & Babul Supriyo

Длительность: 5:28
Год: 2003
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Текст песни

आएगा मज़ा अब बरसात का
तेरी मेरी दिलकश मुलाक़ात का
आएगा मज़ा अब बरसात का
तेरी मेरी दिलकश मुलाक़ात का
मैंने तो संभाले रखा था
मैंने तो संभाले रखा था
तूने देखा तो पासा छूट गया
यूँ अँखियाँ मिला के अँखियों से
यूँ अँखियाँ मिला के अँखियों से
परदेसी मुझे तू लूट गया
आ आ आ आ आ आ आ आ

एक भीगी हसीना क्या कहना
यौवन का नगीना क्या कहना
सावन का महीना क्या कहना
बारिश में पसीना क्या कहना
मेरे होठों पे ये अंगूर का जो पानी है
मेरे महबूब तेरे प्यास की कहानी है
जब घटाओं से बूँद ज़ोर से बरसती है
तुझसे मिलने को तेरी जानेमन तरसती है

अंदाज़ जो देखा ज़ालिम का
अंदाज़ जो देखा ज़ालिम का
सब्र का बाँध मेरे टूट गया
यूँ अँखियाँ मिला के अँखियों से
यूँ अँखियाँ मिला के अँखियों से
परदेसी मुझे तू लूट गया
आ आ आ आ आ आ आ

नज़रों में छुपा ले, देर न कर
ये दूरी मिटा ले, देर न कर
अब दिल में बसा ले, देर न कर
सीने से लगा ले, देर न कर
बड़ी बेचैन हूँ मेरी जान मैं कल-परसों से
था मुझे इंतज़ार इस दिन का बरसों से
अब जो रोकेगा तो मैं हद से गुजर जाऊँगी
और तड़पाएगा दिलदार तो मर जाऊँगी

रह जाएँगे प्यासे हम दोनों
रह जाएँगे प्यासे हम दोनों
ये मौसम जो हमसे रूठ गया
मैंने तो संभाले रखा था
मैंने तो संभाले रखा था
तूने देखा तो पासा छूट गया
यूँ अँखियाँ मिला के अँखियों से
यूँ अँखियाँ मिला के अँखियों से
परदेसी मुझे तू लूट गया
आ आ आ आ आ आ आ
यूँ अँखियाँ मिला के अँखियों से
परदेसी मुझे तू लूट गया