Daryaa
Amit Trivedi
4:22हंसते हंसते कट गए, चलते चलते थम गए यूँ ही बातों बातों में लम्हे कैसे गुजर गए तेरी राहों में खड़े, तेरी राहों में खड़े बस यूँ ही हम चल पड़े, बस यूँ ही हम चल पड़े दिल से दिल टकरा गए, मंज़िल से होकर परे बेपरवाह हां हां हां दिल बेपरवाह हां हां हां दिल बेपरवाह दिल तो है बेपरवाह बेपरवाह हां हां हां दिल बेपरवाह हां हां हां दिल बेपरवाह दिल तो है बेपरवाह चलो चलें जहां राह ले जाती है जहां धूप खिल जाती है दूर दूर धीमे-धीमे कोई रंग खिल जाता है नया रंग संग लाता है नूर नूर नूर तेरी राहों में खड़े, तेरी राहों में खड़े बस यूँ ही हम चल पड़े, बस यूँ ही हम चल पड़े दिल से दिल टकरा गए, मंज़िल से होकर परे बेपरवाह हां हां हां दिल बेपरवाह हां हां हां दिल बेपरवाह दिल तो है बेपरवाह बेपरवाह हां हां हां दिल बेपरवाह हां हां हां दिल बेपरवाह दिल तो है बेपरवाह