Khwaab
Anumita Nadesan
2:59मेरी आँखों मैं काले काजल ने जो लिखा हैं वो समझ लोगे क्या कपकापाती सी उठ रही हैं जो आवाज़े वो सुन लोगे क्या रख के दिल पे अभी मेरा हाथ पूछती हूँ तुमसे मैं एक बात दे दूँ तुम्हे जो मेरा ये जियरवा बनोगे क्या तुम मेरे पीहरवा मेरे पीहरवा (पीहरवा) दे दूँ तुम्हे जो मेरा ये जियरवा बनोगे क्या तुम मेरे पीहरवा तुम मेरे पीहरवा दिल की तुम्हारी चार दीवारी, जग हैं अलग जग से हर कोना जसबात हैं मेरे, नाता रग रग से वरना बतलाओ इतनी उम्मीदे जाने हैं क्यूँ तुमसे क्यूँ तुमसे रख के दिल पे अभी मेरा हाथ पूछती हूँ तुमसे मैं एक बात दे दूँ तुम्हे जो मेरा ये जियरवा जियरवा बनोगे क्या तुम मेरे पीहरवा मेरे पीहरवा पीहरवा पीहरवा पीहरवा पीहरवा हाए खुलने लगे हैं सारे बदरवा तेरी हुई जो मैं पीहरवा छलके प्रीत से नयनवा तेरी हुई जो मैं पीहरवा बाजे बूंदो मैं कहराव तेरी हुई जो मैं पीहरवा श्रृंगार मारा जिहरवा तेरी हुई जो मैं पीहरवा (पीहरवा) (पीहरवा)