Shree Suktam
Anuradha Paudwal
13:33अम्बे तू है जगदम्बे काली जय दुर्गे खप्पर वाली तेरे ही गुण गायें भारती ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती तेरे भक्त जनों पे माता भीड़ पड़ी है भारी भीड़ पड़ी है भारी दानव दल पर टूट पड़ो माँ करके सिंह सवारी माँ करके सिंह सवारी सौ-सौ सिहों से भी बलशाली अष्टभुजाओं वाली दुश्टों को तू ही घन तारती ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती माँ-बेटे का है इस जग में बड़ा ही निर्मल नाता बड़ा ही निर्मल नाता पूत-कपूत सुने हैं पर ना माता सुनी कुमाता माता सुनी कुमाता सब पे करुणा दर्शाने वाली अमृत बरसाने वाली दुखियों के दुखड़े निवारती ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती नहीं मांगते धन और दौलत ना चांदी ना सोना ना चांदी ना सोना हम तो मांगे माँ तेरे चार्णो में एक छोटा सा कोना एक छोटा सा कोना सबकी बिगड़ी बनाने वाली लाज बचाने वाली सतियों के सत को संवारती ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती चरण शरण में खड़े तुम्हारी,ले पूजा की थाली ले पूजा की थाली वरद हस्त सर पर रख दो माँ संकट हरने वाली माँ संकट हरने वाली मय्या भर दो भक्ति रस प्याली,अष्ट भुजाओं वाली भक्तों के कारज तू ही सारती ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती