Hum Aapke Dil Mein Rehte Hain
Anuradha Paudwal
5:20मैं अधूरी सी दिन गुज़रती हूँ मई ख्वाब हू या ख्वाब के जैसी हूँ मैं अधूरी सी दिन गुज़रती हूँ मई ख्वाब हू या ख्वाब के जैसी हूँ भूरे भूरे बादलो के पीछे से आए करे के दिल मैं अधूरी सी दिन गुज़रती हूँ खुश्बू सी निकलती है टन से जैसे कोई गुज़रे बदन पे खुश्बू सी निकलती है टन से जैसे कोई गुज़रे बदन पे सांसो से उतरेगा शायद कभी कभी वो भूरे भूरे बादलो के पीछे से आए करे के दिल मैं अधूरी सी दिन गुज़रती हूँ आसमा का कोना एक उठा के चूमता है नीचे जगा के आसमा का कोना एक उठा के चूमता है नीचे जगा के चाँद से उतरेगा शायद कभी कभी वो भूरे भूरे बादलो के पीछे से आए करे के दिल मैं अधूरी सी दिन गुज़रती हूँ मई ख्वाब हू या ख्वाब के जैसी हूँ भूरे भूरे बादलो के पीछे से आए करे के करे के दिल