Tere Hum Ae Sanam
Anuradha Paudwal | Kumar Sanu
5:57जाते हो परदेस पिया, जाते ही ख़त लिखना जाते हो परदेस पिया, जाते ही ख़त लिखना देखो तुम भी ख़त मेरा, देखो तुम भी ख़त मेरा आते ही ख़त लिखना जाते हो परदेस पिया, जाते ही ख़त लिखना लिखना कैसे सफर कटा था, कैसे गुज़रे वो पल छिन क्या महसूस किया था तुमने, सांझ ढली जब मेरे बिन कब कब याद हमारी आई, कैसे तुमने रात बिताई जाते हो परदेस पिया, जाते ही ख़त लिखना जाते हो परदेस पिया, जाते ही ख़त लिखना अपनी जुदाई के इस पल से, पहले ख़त के आने तक पल पल की तुम बातें लिखना, पूरा ख़त भर जाने तक गुमसुम गुमसुम खोई खोई, तुम छुपकर कितना रोई जाते हो परदेस पिया, जाते ही ख़त लिखना जाते हो परदेस पिया, जाते ही ख़त लिखना देख नहीं पाएंगे तुमको, ओझल होते ये नयना लो मैं पलके मुँद रही हूँ, तुम चल दो मेरे सजना ये तो है एक तरफ़ा विदाई, इसमें प्यार की है रुसवायी जाते हो परदेस पिया, जाते ही ख़त लिखना जाते हो परदेस पिया, जाते ही ख़त लिखना ओ देखो तुम भी ख़त मेरा, देखो तुम भी ख़त मेरा आते ही ख़त लिखना जाते हो परदेस पिया, जाते ही ख़त लिखना