Aarti Kijai Hanuman Lala Ki
Anuradha Paudwal
4:45ॐ जय सरस्वती माता, जय जय सरस्वती माता सद्गुण वैभव शालिनी, सद्गुण वैभव शालिनी त्रिभुवन विख्याता जय जय सरस्वती माता जय सरस्वती माता जय जय सरस्वती माता सद्गुण वैभव शालिनी, सद्गुण वैभव शालिनी त्रिभुवन विख्याता जय जय सरस्वती माता चंद्रवदनि पद्मासिनी, ध्रुति मंगलकारी मैया ध्रुति मंगलकारी सोहें शुभ हंस सवारी, सोहें शुभ हंस सवारी अतुल तेजधारी जय जय सरस्वती माता बाएं कर में वीणा, दाएं कर में माला मैया दाएं कर में माला शीश मुकुट मणि सोहे शीश मुकुट मणि सोहे गल मोतियन माला जय जय सरस्वती माता देवी शरण जो आए उनका उद्धार किया मैय्या उनका उद्धार किया बैठी मंथरा दासी बैठी मंथरा दासी रावण संहार किया जय जय सरस्वती माता विद्यादान प्रदायनि ज्ञान प्रकाश भरो चलके ज्ञान प्रकाश भरो मोह अज्ञान की निरखा मोह अज्ञान की निरखा जग से नाश करो जय जय सरस्वती माता धूप दीप फल मेवा माँ स्वीकार करो माँ स्वीकार करो ज्ञानचक्षु दे माता ज्ञानचक्षु दे माता जग निस्तार करो जय जय सरस्वती माता माँ सरस्वती जी की आरती जो कोई जन गावै मैय्या जो कोई जन गावै हितकारी सुखकारी हितकारी सुखकारी ज्ञान भक्ति पावै जय जय सरस्वती माता माँ सरस्वती जी की आरती जो कोई जन गावै मैय्या जो कोई जन गावै हितकारी सुखकारी हितकारी सुखकारी ज्ञान भक्ति पावै जय जय सरस्वती माता