Dariya
Arko
3:38कारी कारी सौंधी अखियाँ कैसे बोले मन की बतियाँ किसे ढूंढें आईने में है क़ैद रतिया री कारी कारी सौंधी अखियाँ राह देखे बीती सदियाँ कहीं गूंजे तेरी यादें फ़िराक में ही हारी कारी कारी सौंधी अखियाँ कैसे बोले मन की बतियाँ तेरे जैसा ही दीखता है अक्स तेरा पर खुद में ही इक दुनिया है अक्स तेरा तेरे जैसा ही दीखता है अक्स तेरा पर खुद में ही इक दुनिया है अक्स तेरा माज़ी को माज़ी रहने दे अंखियों से नदिया बहने दे फिर से इन वक़्त के टुकडो को रब की फ़रमाइश सहने दे शाखों से कलियाँ टूटी है जब से तू खुद से यूँ रूठी है ज़रा देखे गौर से ओह सैयां अक्स ये तेरा तू ही है तेरे जैसा ही दीखता है अक्स तेरा पर खुद में ही इक दुनिया है अक्स तेरा तेरे जैसा ही दीखता है अक्स तेरा पर खुद में ही इक दुनिया है अक्स तेरा कारी कारी सौंधी अखियाँ राह देखे बीती सदियाँ कहीं गूंजे तेरी यादें फ़िराक में ही हारी कारी कारी सौंधी अखियाँ कैसे बोले मन की बतियाँ