Sab Tera Unplugged
Armaan Malik
4:43आँखों के पन्नों पे मैंने लिखा था सौ दफ़ा लफ़्ज़ों में जो इश्क़ था हुआ ना होठों से बयां खुद से नाराज़ हूँ क्यों बेआवाज़ हूँ मेरी खामोशियाँ हैं सज़ा दिल है ये सोचता फिर भी नहीं पता किस हक़ से कहूँ बता के मैं हूँ हीरो तेरा के मैं हूँ हीरो तेरा के मैं हूँ हीरो तेरा के मैं हूँ हीरो तेरा हाय ए हे ओहो हो तेरी वज़ह से है मिली जीने की सब ख्वाहिशें पा लूं तेरे दिल में जगह है ये मेरी कोशिशें मैं बस तेरा बनु बिन तेरे ना रहूँ मैंने तो मांगी है ये दुआ दिल है ये सोचता फिर भी नहीं पता किस हक़ से कहूँ बता के मैं हूँ हीरो तेरा के मैं हूँ हीरो तेरा हा आ आ के मैं हूँ हीरो तेरा के मैं हूँ हीरो तेरा हा आ आ के मैं हूँ हीरो तेरा के मैं हूँ हीरो तेरा हा आ आ के मैं हूँ हीरो तेरा के मैं हूँ हीरो तेरा हा आ आ हो हो हो हो ओहो हो हम्म