Saiya Na Lelai
Awadhesh Premi Yadav
3:31मोह कोटा भोखा भोखा देखाता झुक या फूंक फूंक पाक ममता चूमा मुँह मोह कोटा भोखा भोखा देखाता झुक के या थूक पाक पक देखा तो आवा रावा हो बांस जादा शिखर चढ़ावा तेरे टोके टटावा काठमांडू में पेंट का कम पड़ता है बहुत दिन पर ऑर्केस्ट्रा देखने आया अच्छा मालदार पति है कर सोहे हमारा चाचा के बेटा है देखोरे उधारी के पेटावा सोहे हमारा चाचा के बेटा है ढोल धोका और एहो हरी के पेटावा कमर का कला देखा ना मुझे खाला देखा ममता ताई का लईका हाय लईका के हाल देखा कुछ भी नहीं हौला सा फेंकी नहीं ओखर में मूसल दारू चली देखी नहीं कहा बोला मोटर की चाला तारु बोल तारु इतना ताव से काहू कही जमाना करबूं न तो बचबू नहीं हमारा गांव से सुनो छेला पड़ी हो देखा तो गॉड बेड बना कर रात में पूछता जाता था एटीएम से अब खड़ा खड़ा पैसा निकाल के लाइव हो तो दे दे सब ले ना ले सों है हमारा चाचा के बेटा वह धूप देख और उधारी के बेटा मां को भूल बस हम है हमारा चाचा के बेटा बा ढोढ़ी देखावे उभारी के पेटावा म्यूजिक बाय विकेश भुजबल लाइन में लागल बाबे देखे लागल बाबे मजा लिए के मने भीतर से सागल बाबे कहोता माल बाबे परत वाल बाबे पीछा पड़ल बाराई तोड़ बीती बिशाल बाबे अरे लुटा दे हो बरदा निपुन चोर दी गोड़ दी जवानी परती छेद के भेद खोल दी हो जायेगू पटना भरती सुनो प्रेमी आवे भेस भाय अनुराग मुख से सुनील मिलेला ममता बतावे छोरी नाखरामाथ बनाव चुपचाप हेना के नाक समझ ले तोर चलती चलो तो कर ले आइल सोहे हमारा चाचा के बेटा है ढोल देखाओ रे उधारी के बेटा को आयिल बा सोहे हमारा चाचा के बेटा बा ढोल देखाओ रे उधारी के बेटा देखाओ चूमा मुँह, मोह कोता भोखा भोखा देखाता झुक के या चूक कर के फक्वा देखता अब रावा हो तो अचरज सिखर चढ़ावा तपेर पकड़ भटकाए काठमांडू में पेंट का कम पड़ता है बहुत दिन पर ऑर्केस्ट्रा देखने आया अच्छा मालदार पति है काज चाचा के बेटा वह धूप देखा और उधारी के बेटा का शिवम है हमारा चाचा के बेटा बा ढोल देखाओ रे उधारी के बेटा बा