Narayan Mil Jayega
Jubin Nautiyal
4:41मेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने मेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने क्या जाने कोई क्या जाने क्या जाने कोई क्या जाने क्या जाने कोई क्या जाने क्या जाने कोई क्या जाने मुझे मिल गया मन का मीत ये दुनिया क्या जाने मुझे मिल गया मन का मीत ये दुनिया क्या जाने मेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने मेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने छवि लगी मन श्याम की जब से भई बावरी मैं तो तब से बाँधी प्रेम की डोर मोहन से नाता तोड़ा मैंने जग से ये कैसी पागल प्रीत ये दुनिया क्या जाने मेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने मोहन की सुन्दर सूरतिया मन में बस गयी मोहनी मूरतिया लोग कहे मैं भई बावरिया जब से ओढ़ी शाम चुनरिया मैंने छोड़ी जग की रीत ये दुनिया क्या जाने मेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने हर दम अब तो रहूँ मस्तानी लोक लाज दीनी बिसरानी रूप राशि अंग अंग समानी हेरत हेरत रहूँ दीवानी मैं तो गाऊँ ख़ुशी के गीत ये दुनिया क्या जाने मेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने हरे कृष्णा हरे कृष्णा कृष्णा कृष्णा हरे हरे हरे रामा हरे रामा रामा रामा हरे हरे हरे कृष्णा हरे कृष्णा कृष्णा कृष्णा हरे हरे हरे रामा हरे रामा रामा रामा हरे हरे हरे कृष्णा हरे कृष्णा कृष्णा कृष्णा हरे हरे हरे रामा हरे रामा रामा रामा हरे हरे हरे कृष्णा हरे कृष्णा कृष्णा कृष्णा हरे हरे हरे रामा हरे रामा रामा रामा हरे हरे वह ओर की आशा करे ना करे जिसे आश्रय श्री हरि नाम का है उसे स्वर्ग से मित्र प्रयोजन क्या नित वासी जो गोकुल धाम का है बस सार्थक जन्म उसी का यहाँ हरे कृषन जो चाह कर श्याम का है बिना कृषण के दृशन के जग मे यह जीवन ही किस काम का है यह जीवन ही किस काम का है हरे कृष्णा हरे कृष्णा कृष्णा कृष्णा हरे हरे हरे रामा हरे रामा रामा रामा हरे हरे हरे कृष्णा हरे कृष्णा कृष्णा कृष्णा हरे हरे हरे रामा हरे रामा रामा रामा हरे हरे