Khayaal X Gallan 4 X Dhundhala Haseen
Talwiinder
7:56हाए रे मेरा दिल ही नी लगता कुछ करने का जी ही नी करता तेरे बिन मर जावा माही मैं तेरे बिन मैं तो जी ही नी सकता हाए रे मेरा दिल ही नी लगता कुछ करने का जी ही नी करता तेरे बिन मर जावा माही मैं तेरे बिन मैं तो जी ही नी सकता वो तुम ही तो हो जो चाहो वो पा लो खुदा भी मना क्या करे वो तुम ही तो हो जो दे दो ज़ख्म तो दीवाना दवा क्या कर वो तुम ही तो हो जो नज़रें उठा लो तो हर दिल निशाना बने वो तुम ही तो हो जो चाहो ठहरना मेरा दिल ठिकाना बने हज़ारों गाने लिखे पर तुम पे जो लिखा पूरा शहर गा रहा है मगर सबकी ज़ुबां से तेरा नाम सुनना दिल पे मेरे कहर ढा रहा है हशर क्या होगा मेरा तेरे बिन सोच के ही दिल ये दहक जा रहा है सब्र करूँ ये कह के तू नहीं है बेवफ़ा पर दिल ये बहक जा रहा है किसी ग़ैर के सीने पे तुम रखोगे सर सच तो नहीं जाओ जिधर लौट आओगे तुम्हें भी पता है घर तो यहीं किसी ग़ैर के सीने पे तुम रखोगे सर सच तो नहीं जाओ जिधर लौट आओगे तुम्हें भी पता है घर तो यहीं हाए रे मेरा दिल ही नी लगता कुछ करने का जी ही नी करता तेरे बिन मर जावा माही मैं तेरे बिन मैं तो जी ही नी सकता हाए रे मेरा दिल ही नी लगता कुछ करने का जी ही नी करता तेरे बिन मर जावा माही मैं तेरे बिन मैं तो जी ही नी सकता तेरे बिना जीती बाज़ी भी है हार जाते बिन तेरे जलती रहेंगी मेरी तमाम रातें जब सोने जाएंगे डराएंगे सवाल आके क्या वो भी छुएगा तुम्हें ऐसी हज़ार बातें पर मुझे पता मेरा प्यार बेवफ़ा नहीं है मैंने देखा है तेरा दिल उसमें जगह नहीं है जगह बनाने को बाहर मुझे करना होगा किसी को बेघर करना तो तेरी अदा नहीं है मैं कैसे मान लूं तुम्हें पसंद कोई और आ गया मैं कैसे मान लूं तुम मुझे भी भुलाओगी मेरे हाथों में तुम्हें पसंद नहीं सिगरेट तक तो कैसे मान लूं तुम खुद मुझे जलाओगी किसी ग़ैर के सीने पे तुम रखोगे सर सच तो नहीं जाओ जिधर लौट आओगे तुम्हें भी पता है घर तो यहीं किसी ग़ैर के सीने पे तुम रखोगे सर सच तो नहीं जाओ जिधर लौट आओगे तुम्हें भी पता है घर तो यहीं हाए रे मेरा दिल ही नी लगता कुछ करने का जी ही नी करता तेरे बिन मर जावा माही मैं तेरे बिन मैं तो जी ही नी सकता हाए रे मेरा दिल ही नी लगता कुछ करने का जी ही नी करता तेरे बिन मर जावा माही मैं तेरे बिन मैं तो जी ही नी सकता